बस इन्हीं खबरों से बनता है आजकल अख़बार। बस इन्हीं खबरों से बनता है आजकल अख़बार।
देखो ! बालकनी में पड़ा अख़बार कैसे फड़फड़ा रहा है कुल्हड़ की चाय पसंद है न तुम्हे चख के बताना तो कै... देखो ! बालकनी में पड़ा अख़बार कैसे फड़फड़ा रहा है कुल्हड़ की चाय पसंद है न तुम्हे ...
है ज़िन्दगी के पन्ने अख़बार की तरह.... है ज़िन्दगी के पन्ने अख़बार की तरह....
अंत तक हंसी आयी ही नहीं ..बस टीवी बंद करके जैसे ही उठी तो अख़बार में ज़ानवारों के लिये ब्यूटी सलून .. अंत तक हंसी आयी ही नहीं ..बस टीवी बंद करके जैसे ही उठी तो अख़बार में ज़ानवारों के ...
माँ के व्रत-उपवास का सच, उर्मिला के अहसास का सच, वैदेही वनवास का सच माँ के व्रत-उपवास का सच, उर्मिला के अहसास का सच, वैदेही वनवास का सच
कम हो गयी बढ़ती हुई महँगाई और खत्म हो गया गुंडाराज इसी उम्मीदों के साथ फिर से मिल गया कम हो गयी बढ़ती हुई महँगाई और खत्म हो गया गुंडाराज इसी उम्मीदों के साथ फिर से मि...